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उन्नाव में हनुमान मंदिर की मूर्ति तोड़ने की घटना: आस्था पर हमला या साजिश?

उन्नाव के बड़ा चौराहा स्थित भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बाहर बने हनुमान जी के मंदिर में मूर्ति तोड़ने की घटना ने पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया।

उन्नाव में हनुमान मंदिर की मूर्ति तोड़ने की घटना: उन्नाव के बड़ा चौराहा स्थित भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बाहर बने हनुमान जी के मंदिर में मूर्ति तोड़ने की घटना ने पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन, हिंदू संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों ने इसे आस्था पर हमला बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी।

घटना का विवरण और प्रशासनिक कार्रवाई

जैसे ही घटना की सूचना मिली, नर सेवा नारायण सेवा के संस्थापक और हिंदू नेता विमल द्विवेदी ने पुलिस को सूचित किया। शहर कोतवाल प्रमोद मिश्रा समेत उच्च प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्रशासन ने दोषियों को पकड़ने के लिए CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है।

कोतवाल प्रमोद मिश्रा ने आश्वासन दिया कि दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस की विशेष टीम ने घटना की तहकीकात शुरू कर दी है। इसके अलावा, अधिकारियों ने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया और नागरिकों से अफवाहों से बचने की अपील की।

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हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया

घटना के बाद, हिंदू जागरण मंच और अन्य संगठनों के नेता जैसे अजय त्रिवेदी, अभिषेक तिवारी, और शिवम मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे समाज की आस्था पर हमला करार दिया। इन संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसी घटनाओं से समाज में तनाव और असहिष्णुता का माहौल बनता है।

विमल द्विवेदी ने इसे सुनियोजित साजिश बताया और पुलिस से आरोपियों को कड़ी सजा देने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह केवल एक मूर्ति तोड़ने की घटना नहीं है, बल्कि हमारे धार्मिक विश्वासों पर चोट है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

समाज पर प्रभाव और समाधान 

इस घटना ने उन्नाव के समाज में गहरा आक्रोश और चिंता उत्पन्न की है। आस्था से जुड़े मामलों में ऐसी घटनाएं न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं, बल्कि समाज में अस्थिरता भी बढ़ाती हैं। ऐसे समय में प्रशासन की भूमिका बेहद अहम हो जाती है।

पुलिस और प्रशासन को न केवल दोषियों को पकड़कर सख्त सजा दिलानी चाहिए, बल्कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके लिए धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाना और CCTV निगरानी को मजबूत करना जरूरी है।

अफवाहों से बचाव की अपील

प्रशासन और समाज के बुद्धिजीवी वर्ग ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और शांति बनाए रखें। प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई होगी।

हनुमान मंदिर की मूर्ति तोड़ने की घटना ने समाज को झकझोर दिया है लेकिन यह एक अवसर भी है कि हम अपनी एकता और सहिष्णुता को मजबूत करें। प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करते हुए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए जबकि समाज को संयम और शांति बनाए रखनी चाहिए। ऐसी घटनाओं के प्रति हमारी सामूहिक प्रतिक्रिया ही समाज में शांति और विश्वास कायम रख सकती है।

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