लखनऊ की सियासत में भूचाल: मंत्री आशीष पटेल और IAS देवराज पर गंभीर आरोप
लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- [लखनऊ की सियासत में भूचाल] लखनऊ की राजनीति और प्रशासन में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर पदोन्नति के नाम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह विवाद इतना तूल पकड़ चुका है कि CBI जांच की मांग उठने लगी है।
क्या है पूरा मामला?
1. पदोन्नति प्रक्रिया पर सवाल
आरोप है कि विभागाध्यक्ष के प्रमोशन के लिए 25-25 लाख रुपए की घूस ली गई।इस प्रक्रिया को मंजूरी देने वाली कमेटी की अध्यक्षता IAS देवराज ने की थी।
2. मंत्री आशीष पटेल पर साजिश के आरोप
मंत्री आशीष पटेल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह मेरी राजनीतिक हत्या कराने की साजिश है।”उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI जांच के लिए अपनी सहमति दे दी है।
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3. IAS देवराज के फंसे कदम
प्रमुख सचिव देवराज पर आरोप है कि उनके नेतृत्व में बनी कमेटी में पदोन्नति प्रक्रिया में अनियमितताएं हुईं।सोशल मीडिया पर आरोप लगे कि विभाग की नियुक्तियों में पैसे लेकर फैसले किए गए।
राजनीतिक उठापटक का दौर
घूसखोरी के इस घोटाले ने प्राविधिक शिक्षा विभाग की छवि पर सवाल खड़ा कर दिया है।मंत्री और नौकरशाही के बीच तकरार ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
CBI जांच की तैयारी
मंत्री आशीष पटेल का बयान, “मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं। मैं सीबीआई जांच के लिए पूरी तरह तैयार हूं।”इससे साफ है कि सरकार और प्रशासन दोनों ही साफ-सुथरी जांच के दावे कर रहे हैं, लेकिन इस बीच IAS देवराज की भूमिका पर संदेह के घेरे में है।
मामले की गूंज
इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए जांच की मांग तेज कर दी है।सोशल मीडिया पर लोग लगातार #CBI_जांच और #भ्रष्टाचार_खत्म_करो जैसे हैशटैग के साथ प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अगला कदम
अब यह देखना होगा कि क्या यह मामला सीबीआई जांच तक पहुंचेगा या फिर अंदरखाने ही सुलझा लिया जाएगा। लेकिन एक बात तो तय है – यह विवाद लखनऊ की राजनीति और नौकरशाही के भविष्य पर गहरा असर डाल सकता है।